जौनपुर जिले के बनकट कांटी ग्राम सभा में पंचायत भवन निर्माण कार्य एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गया है।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि निर्माण कार्य में घटिया व मानकहीन ईंटों का प्रयोग कर बाउंड्री वॉल तैयार की जा रही है, जिससे सरकार की विकास योजनाओं पर सीधा धब्बा लग रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की लापरवाही न सिर्फ निर्माण की गुणवत्ता को प्रभावित करती है, बल्कि सरकारी धन का खुला दुरुपयोग भी है।
सूत्रों के अनुसार पंचायत भवन की बाउंड्री बनाने के लिए जो ईंटें लाई गई हैं, वे निर्धारित गुणवत्ता के मानकों पर खरी नहीं उतरतीं। ईंटें इतनी कमजोर हैं कि हल्का दबाव पड़ते ही टूट जाती हैं। ग्रामीणों ने बताया कि ठेकेदार और संबंधित निर्माण एजेंसी द्वारा मानकों को ताक पर रखकर कम कीमत की खराब ईंटें मंगाई गईं, जबकि कागजों में उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री दिखाकर सरकारी धन की बंदरबांट की जा रही है।
ग्राम सभा के कई लोगों ने मौके पर जाकर निर्माण कार्य की वास्तविक स्थिति को देखा और उसकी वीडियो व तस्वीरें भी रिकॉर्ड कर प्रशासन तक भेजने की तैयारी की है। उनका कहना है कि जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रहे हैं, तब इस तरह खुलेआम सरकारी योजनाओं में लूट-खसोट लोकतंत्र और विकास—दोनों का मजाक उड़ाने जैसा है।
ग्रामीणों ने बताया कि घटिया निर्माण कार्य से भविष्य में बाउंड्री दीवार के गिरने का खतरा बना रहेगा। इससे पंचायत भवन आने-जाने वाले लोगों की सुरक्षा भी खतरे में पड़ेगी। ऐसे में निर्माण के दौरान मानकों का पालन किया जाना अत्यंत आवश्यक है, लेकिन ठेकेदार की मनमानी और जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही के कारण यह महत्वपूर्ण परियोजना भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती दिखाई दे रही है।
स्थानीय लोगों ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यह सब योगी सरकार की आंखों में धूल झोंकने जैसा है। सरकार गांवों में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, लेकिन कुछ भ्रष्ट तत्व और अधिकारी मिलकर इन योजनाओं को कमजोर कर रहे हैं। ग्रामीणों ने मांग की है कि इस मामले की तत्काल जांच करवाई जाए और संबंधित ठेकेदार, इंजीनियर व अधिकारियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए, ताकि आगे किसी भी निर्माण में गुणवत्ता से समझौता न हो।
ग्राम सभा के वरिष्ठ नागरिकों ने भी कहा कि यदि इस घटना पर समय रहते कार्रवाई नहीं की गई, तो आने वाले समय में ऐसे ही निर्माण कार्यों में लापरवाही बढ़ती जाएगी, जिसका सीधा नुकसान ग्रामीणों को उठाना पड़ेगा। पंचायत भवन ग्रामीण विकास का केंद्र होता है—यहां से कई जनकल्याणकारी योजनाओं का संचालन किया जाता है। ऐसे में इसकी बाउंड्री वॉल की मजबूती और गुणवत्ता अत्यंत जरूरी है।
ग्रामीणों ने डीएम से लेकर मुख्यमंत्री तक शिकायत भेजने की तैयारी कर ली है। उनका कहना है कि यदि प्रशासन स्वयं मौके पर निरीक्षण करे तो सच्चाई सामने आ जाएगी। घटिया सामग्री का उपयोग करने वाले ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट किया जाए और निर्माण कार्य दोबारा मानक के अनुसार कराया जाए।
कुल मिलाकर, बनकट कांटी ग्राम सभा में पंचायत भवन की बाउंड्री निर्माण में जो अनियमितताएं सामने आई हैं, वह स्थानीय शासन और विकास कार्यों पर बड़ा सवाल खड़ा करती हैं। ग्रामीणों की एकजुटता और प्रशासनिक हस्तक्षेप ही इस भ्रष्टाचार को रोक सकता है।













